मैथिली समाज सँ निराश छैथ "आशा" क पिता

कलकत्ता. मध्यमग्राम कांड केर धाह सं कलकत्ता झड़कि गेल अछि एहि संपूर्ण मामिला मे मैथिल उदासीनता शर्मनाक अछि. ममता बनर्जी सरकार कें सत्ता मे अयलाक बाद बंगाल मे दुष्कर्म केर कांड मे जाहि तरहें वृद्धि भेल अछि. ई स्थिति आजादी सं पहिने भेल ओहि घटनाक स्मरण करबैत अछि, जाहि कें बाद गांधीजी सेहो मर्माहत भेल छलाह. सरकार केर हालति ततेक खराप छै जे ओ पीड़िता केर दुःख सं बेसी अपन बचाव मे लागल अछि. पुलिस विभाग केर नाकामी जगजियार भेने प्रशासन गुम्म अछि. देश भरि मे बदनाम होइत छवि कें बचयबाक लेल सरकार कें जतेक भ' सकैत अछि अपन बचाव लेल अपस्यांत अछि. एहि समस्त क्रियाकलाप मे पीड़िता ओ ओकर परिवार केर घोर उपेक्षा जे भेल अछि, जे निंदनीय अछि. ज्ञात हो जे पीड़िता मिथिला सं सम्बन्ध रखैत अछि आ समस्तीपुर केर निवासी अछि. दुष्कर्मक बाद किशोरी कें जरा क' मारि देल गेल जकर बाद बवाल शुरू अछि. कलकत्ता मे विभिन्न संगठन द्वारा सरकार केर विरोध मे जुलूस आदि निकलल जा रहल अछि. मामिला मे सौरभ गांगुली, गीतेश शर्मा सहित बुद्धिजीवी लोकनि आगां अयलाह अछि.
कतय अछि मैथिल संगठन?
कोलकाता मे साल भरि विभिन्न तरहक साहित्यिक-सांस्कृतिक गतिविधि चलौनिहार मैथिल संगठन सभ एहि मामिला चुप अछि. किनको कनियो फुरसति नहि अछि जे अप्पन लोक लेल किछु क' सकत. किछु दिन पूर्व मिथिला केर हक़ लेल पार्टी चलौनिहार एक नेता एही घटना कें ल' मिथिमीडिया सं संपर्क केलनि आ मिथिमीडिया दिस सं सूचना उपलब्ध कराओल गेल. तहिया सं आइ धरि ओहि नेता कें एहि कें ल' किछु करैत ने देखल गेल आ ने सुनल गेल. मैथिल लोकनि द्वारा एहि मामिला मे निश्चिन्त रहब शर्मनाक अछि. कलकत्ता एहि मामिला मे बेस कमजोरी देखओलक अछि. एतय युवा एक्टिविस्ट केर पूर्ण अभाव अछि. साहित्यिक-सांस्कृतिक गतिविधि मे सभ सं बेसी एक्टिव महानगर जनसरोकारी मामिला मे नयन निच्चा कयने अछि. धियान देबय योग्य बात ई अछि जे बिहारी संगठन सभ सेहो मामिला मे कतियाएल अछि.
हमसे किसी ने कहा ही नहीं!
पीड़िता केर पिता एक समाचारपत्र कें देल बयान मे कहलनि अछि जे मैथिल समाज केर अंग रहने हुनका गुमान छलनि मुदा बेर पर केओ काज नही आयल. जखन मिथिमीडिया एही मामिला मे कलकत्ता मे अपना कें मैथिल समाज केर पक्षधर राजनेता कहयवला नेता सं संपर्क केलक त' ओ कहलनि जे हमरा पीड़ित दिस सं केओ संपर्क नहि कयलक. हम एहि मामिला मे अपना दिस सं बहुत किछु क' रहल छी. यौ सरकार, आब करय लेल बांचल की अछि? ज्ञात हो जे ओ नेता सत्तासीन पार्टी सं जुडल छथि आ निष्क्रियताक कारण राजनीतिक बाध्यता भ' सकैछ. ओम्हर एहि समस्त मामिला मे मैथिल बुद्धिजीवी लोकनि सुगबुगायब शुरू केलाह अछि. बिहार सरकार दिस सं पीड़ित परिवार कें देल आर्थिक मदति राहत आ उसास लेने आयल.
पीड़ित परिवारक संग अछि जनसमूह
अपराधी पुलिस गिरफ्त मे अछि आ ओकरा फांसी केर सजा देल जयबाक मांग कयल जा रहल अछि. पीड़ित परिवार कें मीडिया, बुद्धिजीवी ओ जनसमूहक संग अछि. वामसमर्थित संगठन सभ सेहो शुरुए सं पीड़ित परिवार केर संग अछि जे सभ तरहक मदति लेल तैयार अछि. महानगर मे सरकार कें घेरबाक कोनो अवसर विपक्षी नहि छोड़य चाहैत अछि. मामिला केर राजनीतिकरण भेने बिहार सरकार द्वारा पहुँचाओल आर्थिक मदति कें सेहो लोक ओही चश्मा सं देखैत अछि. मुदा जे हो मिथिला-मैथिली नाम पर अपन राजनीति चमकाबयवला नेता सभ देखार भेलाह अछि.
(Report: मिथिमीडिया ब्यूरो)
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