MAITHILI KAVI:- PRO RAM CHANDRA JHA

नाम :– प्रो० रामचंद्र मिश्र “मधुकर”|
मैथिल ब्राह्मण ,मूल – पंचोभेददरी ,गोत्र –सावर्ण |
पिता—स्व० बाबूजी मिश्र |
माता –सिधेश्वरी देवी |
स्थायी पता – ग्राम + पो० नरुआर ,थाना –भैरव स्थान ,
जिला – मधुबनी ,[मिथिला ] बिहार |
पत्राचार – ६३ ए जय भारत इन्क्लैब ,साहिबा बाद ,राजेन्द्र नगर ,गाज़ियाबाद [यू, पी]
शिक्षा –एम् ० ए० मैथिली |
वृत्ति – शिक्षण ,उपाचार्य ,मैथिली  विभागाध्यक्ष ,
              एम् ० के ० एस ० कालेज , त्रिमुहान ,चंदौना ,दरभंगा ,|
              एल० एन ० एम्० यू ० दरभंगा [सेवा निवृत ]

  प्रकाशित रचना

  कल्प तरु [गीत संग्रह ]      
  नवदल    [कविता संग्रह ]
  चैतन्य चन्द्रायण { महाकाव्य ] -१९७२
           

लिखित अप्रकाशित रचना

 
  अजगुत  अनटोटल [काव्य संकलन ] प्रेस में|
  महावीर हनुमान [कथा काव्य ]
  वीर धनंतजय  [मैथिली-नाटक ]
 इंद्रजीत बध [ मैथिली नाटक ]
 राजा सलहेस  [ मैथिली नाटक]
 पृथ्वी पुत्री   [काव्य नाटिका ]
१०पारिजात हरण [काव्य नाटिका ]
११ सूर्य पुत्र
,१२ रुक्मिणी हरण ,
१३ अज्ञात बास ,
१४ उषा हरण [काव्य नाटिका
१५ ग्राम गाथा [ग्रामान्चलीय उपन्यास ] 

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